Little Millet in Hindi: अनाज की यह प्रजाति कई मामलों में Proso Millet से मिलता है लेकिन यह Proso Millet से लंबाई में थोड़ा छोटा होता है. क्या अनाज को बुवाई के बाद कम से कम 9 महीने लग जाते हैं परिपक्व रूप से तैयार होने में उसके बाद इसकी कटाई होती है.
अनाज का पौधा 30 सेंटीमीटर से 1 मीटर तक लंबाई में बढ़ सकता है एवं 4 से 15 सेंटीमीटर इसके पत्तों का लंबाई और चौड़ाई होता है. साथी इसका अनाज गोल और चिकना होता है और 1.8 से 1.9 mm लंबा होता है. यह अनाज पूरी तरह से परिपक्व होने के बाद देखने में बालों के गुच्छे जैसा लगता है।
Little Millet क्या है? – Little Millet in Hindi
एशिया महादेश के ना बहुत गर्म ना बहुत ठंडा क्षेत्रों में जैसे कि कोकासास, चीन, पूर्वी एशिया महाद्वीप के क्षेत्र में भारत, इंडो चाइना और मलेशिया मैं इसकी खेती होती है. यह अनाज पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ-साथ बहुत ही आसानी से उगाया जा सकता है.
सूखा हो या फिर जल प्रभाव दोनों का आसानी से सामना कर सकता है. इसकी खेती समुद्र तल से 2000 मीटर ऊंची जगह तक की जा सकती है. यह अनाज को उगाने के लिए ना ज्यादा ठंडी और ना ज्यादा गर्मी वाला जगह बिल्कुल सही रहता है.
Protein(g) | Carbs(g) | Fat(g) | Fiber(g) | Calcium(g) | Phosphorus(g) | Iron(g) | Energy(g) |
9.7 | 67 | 4.7 | 7.6 | 17 | 220 | 9.3 | 329 |
Little Millet को हिंदी में क्या कहते हैं – Little Millet Meaning in Hindi
भारत के बाहर यानी विदेशी धरती पर इस अनाज का नाम Little Millet है. और भारत के अलग अलग राज्य में इसे विभिन्न नामों से जाना जाता है. Little Millet in Hindi में मोरैयो, कुटकी, शवन के नामों से जाना जाता है यानी मुख्य द्वार पर Little Millet को हिंदी में मोरैयो, कुटकी, शवन इन तीन नामों से जाना जाता है.
लेकिन इन तीन नामों से सिर्फ हिंदी बोलने वाले राज्यों में इसको पहचाना जा सकता है लेकिन भारत के अन्य राज्यों जैसे कि तमिल नाडु, उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटका मैं इसका नाम भी अलग-अलग है जैसे कि, समाई (Samai), सामे (Saame), सुआन (Suan), चमा (Chama) इन नामों से Little Millet को जाना जाता है.
भारतवर्ष के अलग-अलग क्षेत्रों में Little Millet को नीचे दिए हुए इन नामों से जाना जाता है. (Little Millet Meaning in Hindi)
Tamil: समाई (Samai)
Odia: सुआन (Suan)
Hindi: मोरैयो, कुटकी, शावन (Moraiyo,Kutki,Shavan)
Telugu: समालू (Samalu)
Bengali: सामा (Sama)
Gujarati: गाजरो,कुरी (Gajro,kuri)
Marathi: सवा,हलवी,वरी (Sava,Halvi,Vari)
Kannada: सआमे (Saame)
Malayalam: चामा (Chama)

आजकल के जमाने में इन प्रकार के अनाजों का काफी महत्व बढ़ चुका है क्योंकि यह अनाज शरीर को पोषण देने के साथ-साथ कई लोगों को भी मिटाता है इस अनाज का वैज्ञानिक नाम Panicum Sumatrense है जिसे आमतौर पर Little Millet नाम से जाना जाता है.
Organics Little Millet (1 Kg)

Little Millet खाने के फायदे – Benefits Of Little Millet in Hindi
Little Millet न्यूट्रिशन यानी पोषक तत्व से भरपूर होता है. Little Millet मैं प्रोटीन, कार्ब्स, फैट, फाइबर, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन और कैलरी से भरपूर होता है. इसके सेवन द्वारा शरीर का कुपोषण दूर किया जा सकता है. प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने के कारण यह शरीर को काफी ताकत प्रदान करता है.
कार्बोहाइड्रेट का मात्रा कम होने के कारण इसको पूरी तरह से पचाने के लिए शरीर को थोड़ा समय लगता है. डायबिटीज और शुगर के रोगियों को इसका सेवन जरूर करना चाहिए क्योंकि यह शरीर में ग्लूकोज की मात्रा धीरे-धीरे छोड़ता है और काफी कम मात्रा में ग्लूकोस बनाता है.
शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट का स्रोत
इसमें कई तरह के एंटी ऑक्सीडेंट मौजूद हैं जिसके कारण मधुमेह, हृदय रोग, मोतियाबिंद, कैंसर, सूजन और गठिया संबंधित समस्याओं और रोगों में मदद करता है और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
शारीरिक कुपोषण से निजात
आजकल के रोजमर्रा की जिंदगी में काफी खराब खाने और पीने के कारण शरीर तरह-तरह की बीमारियां जेलता है और शरीर को पोषण भी सही प्रकार से नहीं मिल पाता लेकिन यह खाद्य पदार्थ प्राकृतिक उपादान उसे परिपूर्ण है जो शरीर को मजबूती देने के साथ-साथ पोषण भी देता है.
बच्चों को भी यह अनाज को खिचड़ी या उबालकर चावल जैसा दिया जा सकता है जो बच्चों में भी पोषण की कमी को पूरा करेगा और इसे एक “स्वदेशी सुपर फूड” भी कहा जाता है क्योंकि इसमें वह सारे गुण मौजूद होते हैं जो एक स्वास्थ्य शरीर को पोषण के रूप में चाहिए होता है.
डायबिटीज से लड़ने में मददगार
मधुमेह के रोगियों के लिए बेहद लाभकारी अनाजों में से एक है जिन्हें रक्त में ग्लूकोज की तेजी से वृद्धि और गिरावट नियंत्रण करना होता है. यह एक ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला खाद्य है जो धीमी गति से पचने वाले फाइबर और कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है यह रक्त में ग्लूकोज की मात्रा काफी धीरे-धीरे छोड़ता है जो डायबिटीज यानी मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है.
अन्य कुछ स्वास्थ्य लाभ
यह अनाज में मैग्नीशियम की मात्रा होती है जो ह्रदय संबंधित बीमारियों में काफी मदद करता है. इसमें विटामिन b3 मौजूद है जो कोलेस्ट्रोल कम करने में असरदार साबित होता है साथी यह फास्फोरस जैसे खनिज का भी स्रोत है जो शरीर को ताकत और ऊर्जा देने में मदद करता है.
Little Millet का क्या इस्तेमाल होता है – Little Millet Uses & Recipes
भोजन के तौर पर इस अनाज का इस्तेमाल खासतौर पर हाली के समय में ज्यादा शुरू हुआ है इसे तमिलनाडु केरला आंध्र प्रदेश और उड़ीसा जैसे राज्यों में बहुत चाव से खाया जाता है. आमतौर पर इसे दाल, सांभर और करी के रूप में भोजन में शामिल किया जाता है. इस Little Millet की खिचड़ी काफी पसंद किया जाता है.
यह अनाज द्वारा बनाए गए भोजन में उपमा लेमन राइस और नॉर्मल राइस रोटी टिकिया दोसा और सांभर जैसे कई रेसिपी शामिल है और यह बहुत जल्दी आप पका कर नाश्ते के तौर पर या डिनर के रूप में खा सकते हैं जो स्वाद के साथ-साथ आपको एक रोगमुक्त अच्छा सेहत भी प्रदान करेगा.
इस लेख में, हम कुछ स्वादिष्ट छोटे बाजरे के व्यंजनों का पता लगाएंगे जिन्हें आप घर पर आजमा सकते हैं।
लिटिल मिलेट दलिया: यह एक सरल और आसान रेसिपी है जो नाश्ते के लिए एकदम सही है। दलिया बनाने के लिए 1 कप थोड़े से बाजरे को रात भर के लिए पानी में भिगो दें। पानी निथारें और बाजरे को 2 कप पानी वाले बर्तन में डालें। एक उबाल लेकर आओ और फिर गर्मी को कम से कम करें। लगभग 20 मिनट तक या बाजरा के नरम और क्रीमी होने तक उबालें। एक चुटकी नमक डालें और स्वाद के लिए शहद या चीनी से मीठा करें। आप अतिरिक्त स्वाद और पोषण के लिए कुछ ताजे फल या मेवे भी मिला सकते हैं।
लिटिल मिलेट उपमा: उपमा एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय व्यंजन है जिसे सूजी या गेहूं से बनाया जाता है। बाजरे का उपमा बनाने के लिए 1 कप छोटे बाजरे को एक पैन में सुनहरा भूरा होने तक भून लें. एक अलग पैन में, थोड़ा तेल गरम करें और उसमें राई, जीरा और करी पत्ते डालें। कटी हुई सब्जियां जैसे गाजर, मटर, और शिमला मिर्च डालें और कुछ मिनट के लिए भूनें। भुना हुआ बाजरा और 2 कप पानी डालकर उबाल लें। आँच को कम करें और 10-15 मिनट तक या बाजरा के पकने तक और पानी सोखने तक उबालें। सर्व करने से पहले नमक डालें और धनिया से गार्निश करें।
लिटिल मिलेट इडली: इडली एक लोकप्रिय दक्षिण भारतीय स्टीम्ड केक है जिसे आमतौर पर चावल और दाल के किण्वित बैटर के साथ बनाया जाता है। बाजरे की छोटी इडली बनाने के लिए 1 कप थोडा बाजरा और 1/2 कप उड़द की दाल को 4-5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. बाजरा और दाल को अलग-अलग पीस कर चिकना बैटर बना लें। दोनों बैटर को एक साथ मिलाएं और थोड़ा नमक डालें। बैटर को 8-10 घंटे या रात भर के लिए फरमेंट होने दें। खमीर उठने के बाद घोल को इडली के सांचे में डालें और 10-15 मिनट के लिए भाप में पका लें। चटनी या सांबर के साथ परोसें।
लिटिल मिलेट पुलाव: पुलाव एक लोकप्रिय चावल का व्यंजन है जिसे किसी भी प्रकार के अनाज से बनाया जा सकता है। बाजरे का छोटा सा पुलाव बनाने के लिए, एक पैन में थोड़ा सा तेल गर्म करें और इसमें साबुत मसाले जैसे दालचीनी, इलायची और तेजपत्ता डालें। कटे हुए प्याज़ डालकर सुनहरा भूरा होने तक भूनें। 1 कप थोड़ा सा बाजरा और 2 कप पानी डालें और उबाल आने दें। आँच को कम करें और 10-15 मिनट तक या बाजरा के पकने तक और पानी सोखने तक उबालें। अतिरिक्त स्वाद के लिए आप कुछ सब्जियां और नींबू का रस भी मिला सकते हैं।
ये कई स्वादिष्ट छोटे बाजरे के व्यंजनों में से कुछ हैं जिन्हें आप घर पर आजमा सकते हैं। अपने पौष्टिक स्वाद और उच्च पोषण मूल्य के साथ, छोटा बाजरा एक बहुमुखी अनाज है जिसका उपयोग विभिन्न प्रकार के व्यंजनों में किया जा सकता है। तो, आगे बढ़ें और इन व्यंजनों को आजमाएं और थोड़ा बाजरा के स्वास्थ्य लाभों का आनंद लें।